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PM Awas Yojana Gramin vs Urban 2025 |
PM Awas Yojana Gramin vs Urban:
भारत सरकार की PM Awas Yojana Gramin और Urban दो अलग-अलग housing schemes हैं जो गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को pucca मकान उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई थीं। प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) का मुख्य उद्देश्य सभी के लिए आवास है। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि PMAY-G (ग्रामीण) और PMAY-U (शहरी) में क्या अंतर है, कौन पात्र है और आवेदन की प्रक्रिया क्या है।
प्रधानमंत्री आवास योजना क्या है?
प्रधानमंत्री आवास योजना एक केंद्र सरकार आवास योजना है जो साल 2015 में लॉन्च हुई थी। इसके दो हिस्से हैं:
1. PMAY-G (Pradhan Mantri Awas Yojana Gramin) – ग्रामीण व देहाती छेत्रों में लागू योजना
2. PMAY-U (Pradhan Mantri Awas Yojana Urban) – शहरों व नगरों में लागू योजना
दोनों स्कीम्स का लक्ष्य है कि हर परिवार का अपना pucca मकान हो। लेकिन दोनों में कुछ अहम अंतर हैं।
इसे भी पढ़ें:- Pradhan Mantri Awas Yojana How To Apply: ऑनलाइन फॉर्म, पात्रता और स्टेप-बाय-स्टेप पूरी गाइड
PMAY Gramin vs Urban: मुख्य अंतर
1. मंत्रालय और प्राधिकरण
PMAY-G (ग्रामीण):
- ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) के तहत चलती है
- परिपालन ग्राम पंचायत लेवल पर होती है
- फंडिंग पैटर्न : सेंट्रल 60% + स्टेट 40%
PMAY-U (शहरी):
- Ministry of Housing and Urban Affairs (MoHUA) के तहत आती है
- नगर निगम (municipal corporation) के द्वारा लागू होती है
- फंडिंग पैटर्न हर राज्य के हिसाब से अलग
2. लक्षित क्षेत्र और जनसंख्या
ग्रामीण योजना (PMAY-G):
- केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लिए
- BPL परिवार को प्राथमिकता
- बेनिफिशरी चयन SECC 2011 डेटा के आधार पर
- बुनियादी सुविधाओं से युक्त पक्का घरउपलब्ध कराना
शहरी योजना (PMAY-U)
- शहरी आवास की कमी को संबोधित किया जाता है
- Slum Rehabilitation भी शामिल है
- EWS, LIG और MIG कैटेगरीज कवर होती हैं
पात्रता मापदंड
PMAY-G पात्रता:
- परिवार के पास कोई भी pucca मकान नहीं होना चाहिए
- Gram Sabha से verification जरूरी
- महिला के नाम पर मकान होना अनिवार्य
- SC/ST और अल्पसंख्यकों को प्राथमिकता
PMAY-U पात्रता:
- EWS: सालाना आय ₹3 लाख तक
- LIG: सालाना आय ₹3-6 lakh
- MIG-I: सालाना आय ₹6-12 lakh
- MIG-II: सालाना आय ₹12-18 lakh
- पहले से कोई pucca house नहीं होना चाहिए
सब्सिडी राशि और वित्तीय लाभ
ग्रामीण योजना (PMAY-G):
- Plain areas: ₹1.20 लाख की सहायता
- दुर्गम क्षेत्र: ₹1.30 लाख की सहायता
- लाभार्थी अंशदान भी जोड़ा जाता है
शहरी योजना (PMAY-U):
- घर लोन पर 6.5% तक की ब्याज सब्सिडी
- EWS/LIG: 6.5% सब्सिडी 20 साल तक
- MIG-I: 4% सब्सिडी 20 साल तक
- MIG-II: 3% सब्सिडी 20 साल तक
- Credit Linked Subsidy Scheme (CLSS) के तहत
आवेदन प्रक्रिया:
PMAY-G आवेदन प्रक्रिया:
- awasyojana.nic.in पोर्टल पर आवेदन करें
- ग्राम पंचायत अनुशंसा जरूरी
- पंचायत स्तर पर चयन होता है
- ऑफलाइन आवेदन भी स्वीकार
PMAY-U आवेदन प्रक्रिया:
- pmaymis.gov.in पोर्टल का इस्तेमाल करें
- Bank loan के साथ आवेदन करना होता है
- Municipal corporation से पुष्टि
- प्रक्रिया अधिकतर ऑनलाइन
PMAY 2025 में नए अपडेट
02 फरवरी 2025 तक 3.79 करोड़ घर beneficiaries को दिए जा चुके हैं, जिनमें से 3.34 करोड़ को मंजूरी मिल चुकी है अर्थात sanction कर दिया गया है और 2.69 करोड़ का निर्माण पूरा हो चुका है।
PMAY-U 2.0 के तहत EWS/LIG और कुछ MIG groups को होम लोन पर 6.5% तक ब्याज सब्सिडी मिल रही है।
PMAY-U 2.0 विशेषताएँ:
- Target: 2019 तक एक करोड़ घर 1 करोड़
- 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ाया गया
- Affordable Rental Housing Complex (ARHCs) शामिल
- डिजिटल इंडिया एकीकरण
लाभ तुलना तालिका (Comparison Table):
Features | PMAY-G (ग्रामीण) | PMAY-U (शहरी) |
---|---|---|
Target | Rural population | Urban population |
Ministry | ग्रामीण विकास मंत्रालय | MoHUA |
Funding | Direct cash assistance | Interest subsidy |
Amount | ₹1.20–1.30 लाख | Up to 6.5% subsidy |
Selection | Gram Sabha based | Income based |
House Size | 25 sq.m minimum | Market based |
कैसे करें पात्रता चेक (Eligibility Check):
PMAY-G:
- rhreporting.nic.in पर जाएं
- नाम और पिता का नाम डालें
- SECC 2011 लिस्ट चेक करें
- बिना टॉयलेट वाले घर वालों को प्राथमिकता
PMAY-U:
- pmaymis.gov.in विजिट करें
- आधार नंबर से सर्च करें
- आय प्रमाण पत्र तैयार रखें
- बैंक लोन पात्रता की भी पुष्टि (verify) करें
कैसे देखें बेनिफिशरी लिस्ट (Beneficiary List):
- PMAY-G: pmayg.nic.in पर state-wise लिस्ट मौजूद
- PMAY-U: pmaymis.gov.in पर बेनिफिशरी सर्च विकल्प
- मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर से ट्रैक कर सकते है
FAQs
Q1: PMAY Gramin और PMAY Urban में से किस योजना को ज्यादा लाभकारी माना जाता है?
Answer: ग्रामीण क्षेत्र में रहने वालों के लिए PMAY-G और शहरी क्षेत्र के लिए PMAY-U सही है। ग्रामीण में सीधे फाइनेंशियल सहायता मिलती है, जबकि शहर में बैंक लोन पर ब्याज सब्सिडी।
Q2: क्या एक परिवार दोनों योजनाओं का फायदा ले सकता है?
Answer: नहीं, एक परिवार केवल एक ही स्कीम का लाभ ले सकता है।
Q3: PMAY-G में किश्तें कैसे मिलते हैं?
Answe: 3 किश्तें - नींव पर, छत के स्तर पर और समापन पर।
Q4: PMAY Urban में अधिकतम लोन राशि कितनी है?
Answer:
- EWS/LIG: ₹6 लाख तक
- MIG-I: ₹9 लाख तक
- MIG-II: ₹12 लाख तक
Q5: Application रिजेक्ट हो जाए तो क्या करें?
Answer: कारण चेक करें फिर इसके बाद missing documents पूरे करें और सहायता के लिए grievance portal या कलेक्टर कार्यालय से संपर्क करें।
Q6: क्या PMAY के तहत बने मकान को बेच सकते हैं?
Answer: 10 साल तक मकान बेचना allowed नहीं है। अगर बेचना पड़े तो सब्सिडी वापस करनी होगी।
निष्कर्ष (Conclusion):
PM Awas Yojana Gramin और Urban दोनों ही योजना गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को मकान दिलाने के लिए बनी हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि ग्रामीण योजना में डायरेक्ट फाइनेंशियल सहायता मिलती है और शहरी योजना में होम लोन पर इंटरेस्ट सब्सिडी मिलती है।
अगर आप इस योजना के लिए पात्र हैं तो तुरंत अप्लाई करें क्योंकि सरकार तेजी से सभी के लिए आवास 2025 का लक्ष्य पूरा करने की कोशिश कर रही है।
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Disclaimer: इस पोस्ट में दी गई जानकारी विभिन्न सरकारी स्रोतों और न्यूज़ वेबसाइट्स पर आधारित है। किसी भी योजना का लाभ उठाने से पहले संबंधित विभाग या योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी की पुष्टि अवश्य करें। इस पोस्ट का उद्देश्य केवल जानकारी देना है।